प्रदेश सरकार ने तिगांव के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं
मुहैया कराने के लिए 30 बेड का अस्पताल बनाने का निर्णय लिया। इसका
प्रस्ताव तैयार कर जल्द ही विभाग के उच्च अधिकारियों को भेज दिया जाएगा।
सबकुछ ठीक रहा तो इसका निर्माण कार्य इसी वित्त वर्ष से शुरू कर दिया
जाएगा।
बादशाह खान अस्पताल में मरीजों की संख्या कम करने के लिए औद्योगिक नगरी में तीसरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने का निर्णय लिया गया है। इससे पहले नहरपार खेड़ीकला और कोराली में खुला हुआ है। तीसरा केंद्र तिगांव में खोलने का निर्णय लिया गया है। विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि इसके लिए जल्द ही सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली जाएंगी। पिछले सप्ताह स्वास्थ्य विभाग की टीम जगह की पहचान के लिए गई थी। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को ही अपडेट कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तबदील कर दिया जाएगा।
डेढ़ लाख की आबादी पर होता है सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र
विश्व स्वास्थ्य संगठन के नियमों के अनुसार डेढ़ लाख की आबादी पर एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र होना चाहिए। यहां की आबादी को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही यहां न्यूनतम छह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भी खोला जाएगा। जिसमें एक सामान्य रोग डॉक्टर को तैनात किया जाएगा।
मरीजों को क्या मिलेगा लाभ
इसे शुरू होने के बाद यहां रहने वाले लोगों को बल्लभगढ़ और बादशाह खान अस्पताल नहीं आना होगा। यहां मरीजों को 24 घंटे सुविधाएं मिलने लगेंगी। इसके साथ ही यहां आधुनिक उपकरणों से लैस माइनर ऑपरेशन थिएटर, प्रसूति की सुविधाएं और एक दर्जन से अधिक विशेषज्ञ डॉक्टर यहां मौजूद होंगे।
नवजात शिशु के जांच के लिए होगी अलग सुविधाएं
प्रसूति के तुरंत बाद कुछ बच्चों का न्यूनेटल केयर यूनिट (नीकू) में रखा जाता है। इन बच्चों को उपचार के लिए बीके अस्पताल लाना पड़ता है। इसे शुरू होने के बाद ऐसे दो बच्चों को वहां रखा जा सकता है। इसके साथ नवजात को टीका लगाने की भी सुविधाएं उपलब्ध होगी।
कौन करेगा नक्शा तैयार
तिगांव में बनने वाला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का नक्शा बनाने की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी को सौंपी जा सकती है। इसका खाका तैयार कर 15 दिनों के अंदर विभाग के उच्च अधिकरियों को भेजना है। इसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
http://www.livehindustan.com/news/ncr/article1-tiganv-30-beds-hospital-facilities-soon-547766.html
बादशाह खान अस्पताल में मरीजों की संख्या कम करने के लिए औद्योगिक नगरी में तीसरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने का निर्णय लिया गया है। इससे पहले नहरपार खेड़ीकला और कोराली में खुला हुआ है। तीसरा केंद्र तिगांव में खोलने का निर्णय लिया गया है। विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि इसके लिए जल्द ही सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली जाएंगी। पिछले सप्ताह स्वास्थ्य विभाग की टीम जगह की पहचान के लिए गई थी। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को ही अपडेट कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तबदील कर दिया जाएगा।
डेढ़ लाख की आबादी पर होता है सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र
विश्व स्वास्थ्य संगठन के नियमों के अनुसार डेढ़ लाख की आबादी पर एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र होना चाहिए। यहां की आबादी को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही यहां न्यूनतम छह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भी खोला जाएगा। जिसमें एक सामान्य रोग डॉक्टर को तैनात किया जाएगा।
मरीजों को क्या मिलेगा लाभ
इसे शुरू होने के बाद यहां रहने वाले लोगों को बल्लभगढ़ और बादशाह खान अस्पताल नहीं आना होगा। यहां मरीजों को 24 घंटे सुविधाएं मिलने लगेंगी। इसके साथ ही यहां आधुनिक उपकरणों से लैस माइनर ऑपरेशन थिएटर, प्रसूति की सुविधाएं और एक दर्जन से अधिक विशेषज्ञ डॉक्टर यहां मौजूद होंगे।
नवजात शिशु के जांच के लिए होगी अलग सुविधाएं
प्रसूति के तुरंत बाद कुछ बच्चों का न्यूनेटल केयर यूनिट (नीकू) में रखा जाता है। इन बच्चों को उपचार के लिए बीके अस्पताल लाना पड़ता है। इसे शुरू होने के बाद ऐसे दो बच्चों को वहां रखा जा सकता है। इसके साथ नवजात को टीका लगाने की भी सुविधाएं उपलब्ध होगी।
कौन करेगा नक्शा तैयार
तिगांव में बनने वाला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का नक्शा बनाने की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी को सौंपी जा सकती है। इसका खाका तैयार कर 15 दिनों के अंदर विभाग के उच्च अधिकरियों को भेजना है। इसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
http://www.livehindustan.com/news/ncr/article1-tiganv-30-beds-hospital-facilities-soon-547766.html
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